उपवास की वास्तविक विधि क्या है जिससे आपको पूरा लाभ हो

उपवास की वास्तविक विधि क्या है जिससे आपको पूरा लाभ हो, मित्रों आज के समय में बहुत लोग उपवास रहते हैं लेकिन उनको पूर्ण फल नहीं मिलता इस बारे में कोई कुछ बोलता भी नहीं, कारण लोगों को समझ नहीं आता कि दोष किसका है कलयुग का दोष है कि उनके कर्मों का या उनके नियम कानून का दोष है.
 
उपवास की वास्तविक विधि क्या है जिससे आपको पूरा लाभ हो
उपवास की वास्तविक विधि क्या है जिससे आपको पूरा लाभ हो
 
 
 

उपवास की वास्तविक विधि क्या है जिससे आपको पूरा लाभ हो

पूजा पाठ शास्त्री कर्मकांड तो सभी जानते हैं यहां पर बात हो रही है प्रैक्टिकल ज्ञान की जो अनंत ब्रह्मांड के ईश्वर हैं जिनके सामने धरती एक छोटा सा धूल का कड़ है उस ईश्वर की महिमा कितनी हैअपरंपार है जो मानव बुद्धि से परे है, कहने का मतलब मानव बुद्धि जिसका अंदाजा लगा ही नहीं सकती जिसके ऐश्वर्या और शक्ति का वो परमेश्वर है, जिसे हम अलग अलग नाम राम शिव देवी के रूप में बुलाते है.

आप सोचिए संसार में जिस परमेश्वर को  किसी भी चीज की कमी नहीं किसी भी ऐश्वर्या और सुख की कमी नहीं वह परमेश्वर कैसे प्रसन्न हो या उसकी कृपा कैसे प्राप्त की जाए.

मित्रों आज के समय में लोग नियम कानून में फंसकर उपवास के वास्तविक विधि को भूल चुके हैं, जानिए उपवास के वास्तविक विधि जिससे आपको इसका पूरा लाभ हो.

उपवास की विधि
उपवास रहने से एक दिन पहले कोशिश करना चाहिए कि लहसुन खाना छोड़ दें, यदि मन नहीं माने तो सब्जी में थोड़ा सा प्याज खा सकते हैं लेकिन कच्चा नहीं पका कर, उपवास के एक दिन पहले किसी के भी घर का खाना पानी पीना आदि नहीं करना चाहिए कोशिश करना चाहिए कि उपवास की एक दिन पहले ही शरीर को पूर्णता ब्रह्मचर्य और पवित्र रखा जाए, बिस्तर में सोने से पहले उसमें एक स्वच्छ और साफ चादर बिछा दे.

अब उपवास के दिन आप दैनिक पूजा पाठ कर आपको दिन भर भगवान के भजन और मन्त्र जाप में समय देना चाहिए, यदि आप उपवास में चार घंटे कम से कम भजन और मंत्र जाप में नहीं कर सकते तब उपवास का आपको पूर्ण फल की प्राप्ति होने की संभावनाएं बहुत ही कम है,

क्योंकि वह उपवास का वास्तविक उद्देश्य यही है कि एक दिन पूरा पूरा भगवान के लिए निकाले उनके मंत्रों का जाप करें और उनका भजन करें पूर्णता पवित्र रहकर तभी आपको उपवास का पूरा-पूरा फल मिल पाएगा, जो लोग जॉब में या बिज़नेस में है और छुट्टी नहीं ले सकते उपवास के समय कोशिस करें दो घंटे मंत्र जाप या भजन हो, बिना मंत्र जाप या भजन के पूर्ण लाभ मिल पाना कठिन है.

इसमें आप अपने आराध्य से संबंधित ग्रन्थ का पाठ भी कर सकते हैं और उनके मंत्रों का जाप भी कर सकते हैं, केवल दिन भर खाली पेट रहकर थोड़ा सा पूजा करने से उपवास का फल बहुत ही कम प्राप्त होता है. 

 
मान लीजिये कोई हर शुक्रवार भगवती लक्ष्मी का उपवास रहता है, और वो थोड़ा पूजा और दिन भर भूखे पेट रहता है इससे आपको उतना पुण्य मिलता ही नहीं की देवी आपको इच्छा अनुसार वरदान दे या कृपा करे, इससे अच्छा की आप बिना उपवास रहे  हर शुक्रवार को केवल दो या तीन घंटा  भगवती लक्ष्मी के मंत्र का जाप कर ले इससे देवी कृपा ज्यादा प्राप्त होगी।
 

यही बात हनुमान व्रत में भी है एक सौ आठ बार यदि कोई हर मंगलवार को हनुमान चालीसा पाठ करेगा तो उपवास से भी कई गुना ज्यादा लाभ होगा, ये सब अनुभव की बाते है.

उपवास बीतने के एक दिन बाद कोशिश करें कि लहसुन युक्त भोज्य पदार्थ ग्रहण न करें दूसरे के घर का भोजन पानी आदि ग्रहण न करें यात्रा में है तो होटल का खा सकते हैं, क्योंकि बाजार से खरीद के खाने में दोष नहीं कहा गया है, यदि मज़बूरी हो तब ही उपवास के एक दिन पहले और बाद में दूसरे के घर का भोजन ग्रहण करे.

इस प्रकार उपवास के एक  दिन पहले और उपवास के एक दिन बाद तक पूर्णता ब्रह्मचारी और पवित्रता का पालन करना चाहिए जिससे आपको उपवास का पूरा-पूरा लाभ हो.

मित्रों यदि आप दिन भर उपवास रहने की अपेक्षा केवल 2 घंटा मंत्रों का जाप या भजन कर लेते हैं तो ये उपवास से भी ज्यादा फलदाई होगा, 

अब आप समझ गए होंगे कि आप अपने उपवास के फल को कई गुना तक कैसे बढ़ा सकते हैं उपवास के दिन कम से कम चार घंटा भजन या मंत्रों का जाप करें, इसे शेयर करे जिससे सभी को लाभ हो, राम राम 
 
 
 
 
Read more***

14 thoughts on “उपवास की वास्तविक विधि क्या है जिससे आपको पूरा लाभ हो”

  1. I have been absent for some time, but now I remember why I used to love this blog. Thank you, I’ll try and check back more frequently. How frequently you update your web site?

    Reply
  2. We are a gaggle of volunteers and starting a new scheme in our community. Your website offered us with valuable info to work on. You have done a formidable job and our entire neighborhood shall be thankful to you.

    Reply

Leave a Comment