मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता क्या करूं

पढ़ाई में मन ना लगना ऐसा बहुत लोग के साथ होता है और लगभग 90 परसेंट बच्चों के साथ ऐसा ही होता है, वास्तविकता में जिन को पढ़ने की इच्छा होती है और जो लोग कंटिन्यू सिर्फ पढ़ना चाहते हैं ऐसे लोग 10:00 पर्सेंट लोग ही होते हैं. मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता क्या करूं, इस बात की चर्चा करेंगे।

मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता क्या करूं

अब आप ही सोचिए केवल 10 परसेंट लोग ही सिर्फ पढ़ाई करना चाहते हैं, और 90 पर्सेंट लोग अलग-अलग तरीके से काम करना चाहते हैं, पहले आप पढ़ाई की वास्तविकता को जानिए।

 

पढ़ाई की आवश्यकता

जिंदगी के वास्तविकता को समझिए इस संसार में कितने लोग हैं जो लोग टॉपर हैं या थे इस संसार में बड़े से बड़े चीजों का आविष्कार बड़े से बड़े या  पोस्ट पर जाने वाले व्यक्ति कोई जरूरी नहीं है कि कोई टॉपर ही रहे.

पढ़ाई का वास्तविक उद्देश्य यह है कि आप शिक्षित हो शिक्षित व्यक्ति किसी भी चीज को बहुत जल्दी से समझ सकता है और अपनी जिंदगी को अच्छे से जीने के लिए अपने आपको ज्यादा योग्य बना सकता है शिक्षा का केवल यही मतलब है शिक्षा का यह मतलब नहीं कि आप दिनभर पढ़कर मन मार कर केवल टॉपर बने ही रहे क्योंकि इस संसार में हर व्यक्ति अलग-अलग प्रतिभा  को लेकर जन्म लेता है इसलिए किसी भी व्यक्ति की प्रतिभा को दबाना पढ़ाई के नाम पर या किसी और के नाम पर उचित नहीं है.

उदाहरण देखिये  यूपीएससी में सिलेक्ट होने वाली आधे से ज्यादा विद्यार्थी अपने स्कूल  में टॉपर नहीं रहते कई बार ऐसा देखने में आता है आईआईटी में जितने भी टॉपर लोग सिलेक्ट होते हैं उनमें से इसरो जैसे वैज्ञानिक संस्थान में बहुत ही कम लोगों को आप पाएंगे, अब आप इस चीज को समझिए कि शिक्षा का मतलब केवल टॉपर होना ही नहीं शिक्षित होना है और शिक्षित होने का मतलब है कि आप जो भी पढ़ रहे हैं उसको आप जान जाए कि ऐसा होता है यही शिक्षा का मतलब है कि व्यक्ति उच्च आदर्शों को जाने और भाषा का ज्ञान रखकर अपने जीवन को और अपने देश को आगे बढ़ाएं।

हर व्यक्ति का अलग टैलेंट होता है इसलिए अपने टैलेंट को पहचान कर उस दिशा में काम करें वह आपके कैरियर के लिए सही होगा यहां पर पढ़ाई में मन लगने के लिए कुछ तरीके बताए जा रहे हैं जो आप लोगों के लिए फायदेमंद होगा।

जीवन की वास्तविकता को समझिए क्या जो लोग टॉपर होते हैं उनकी बुद्धि ज्यादा होती है ऐसा बिल्कुल भी नहीं है हर सामान्य व्यक्ति यह सामान्य बालक या बालिका टॉपर बन सकती है, कोई भी व्यक्ति किसी भी चीज में टॉपर है इसका मतलब है उसने उस चीज में अधिक समय दिया है इसलिए वह आपसे ज्यादा जानता है पढ़ाई में जो लोग टॉपर होते हैं उनके साथ भी ऐसा ही है एक टॉपर बच्चे लोग जितना समय तक पढ़ाई करते हैं क्या आप पढ़ाई को उतना  समय देते हैं नहीं जब आप समय देंगे तो भी उनकी तरह बन जाएंगे।

 

यहां पर पढ़ाई में मन लगने के कुछ नियम बताए जा रहे हैं जो आपके लिए फायदेमंद होगा

  • केवल पढ़ाई करने को ही जीवन का अंतिम उद्देश्य ना माने बहुत से लोग बच्चों को यही सिखाते हैं कि पढ़ाई करना ही जीवन का अंतिम उद्देश्य जबकि ऐसा नहीं है पढ़ाई का मतलब है इस शिक्षा और शिक्षित होना जो ऊपर बताया जा चुका है.
  • अपने मन से इस चीज को निकाल दी कि जो लोग टॉपर होते हैं जो लोग पढ़ाई में अच्छे हैं वह लोग ज्यादा बुद्धिमान है इस संसार में हर व्यक्ति जो सामान्य है ईश्वर ने सबको सामान्य बुद्धि दी है.
  •  जिस काम को आप ज्यादा करेंगे उसमें आप आगे निकल जाएंगे यदि कोई फाइटर है और रोज 2 घंटे कुंग फू प्रैक्टिस करता है तो क्या एक सामान्य व्यक्ति उससे जीत पाएगा नहीं कभी नहीं इसी प्रकार एक टॉपर व्यक्ति मेहनत करता है और वह आगे निकल जाता है जिस क्षेत्र में मेहनत करेंगे आप आगे निकल जाएंगे।
  • मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता क्या करूं उपाय है,मन को जबरदस्ती पढ़ाई में लगाने का एक ही तरीका है मन लगे या ना लगे आप पढ़ते जाएं।
  •  पढ़ाई का एक नियम बना ले कि आप को रोज जीतना घंटे पढ़ना है भले आपको समझ आए चाहे ना आए बस आप पढ़ते जाए एक समय ऐसा आएगा कि आपका मन पढ़ाई में लग जाएगा और धीरे-धीरे आप एक टॉपर बन जाएंगे।
  • गीता में भगवान कृष्ण के इस उपदेश को जानते होंगे, अर्जुन को भगवान किसने बोल रहे हैं कि मनुष्य का मन तो बहुत चंचल है लेकिन यह अभ्यास से काबू में आता है इसी प्रकार एक ही काम को बार-बार करने से चाहे आपका मन हो चाहे ना हो आपका मन लग ही जाता है.
  • ऐसे बहुत से महापुरुष हुए हैं जो अपने क्षेत्र में बहुत महान थे लेकिन उनके गुरु ने कहा तुम्हारा मन हो चाहे ना हो उस काम को करते रहो और उन लोगों ने ऐसा ही किया और अपने क्षेत्र में महारत हासिल की.
  • कभी भी दूसरों की बराबरी ना करें कोई कितना भी धरती का सबसे बड़ा टॉपर ही क्यों ना आ जाए दूसरों की बराबरी करना उचित नहीं, याद रखिए इस संसार का सबसे गुणवान व्यक्ति केवल भगवान है. और सभी के गुण अलग अलग है.
  • जिन बच्चों का अच्छा आचरण ना हो उससे दूर रहे.
  • जो लोग विवेकशील ना हो बीड़ी सिगरेट  शराब आदि पीते हैं उनसे दूर रहिए।
  • जिनकी बातों में विनम्रता नहीं केवल कठोरता है और दुष्ट प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं उनसे  विद्यार्थी जीवन में दूर रहिए।
  • सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहना उचित नहीं समय समय पर सबको स्थान दें जैसे समय पर खेलने जाएं समय पर टीवी देखेंगे समय पर फिल्में आदि.
  • अपने मां-बाप के काम को ध्यान दें इससे आपको समझ में आएगा कि आपके मां-बाप कितने मेहनत कर रहे हैं और आपको लगेगा कि मुझ को पढ़ने का कोशिश करना चाहिए इससे आपको पढ़ाई में मन लगेगा।
  • महापुरुषों का जीवन चरित्र पढ़ने से आप लोगों को जीवन की वास्तविकता का ज्ञान होगा और मोटिवेशन प्राप्त होगा।
  • रोज हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें इससे शरीर मजबूत होगा और दिमाग ज्यादा चलेगा जो पढ़ाई के लिए बहुत ही जरूरी है.
  • विद्यार्थियों को कभी भी जंक फूड से दूर रहना चाहिए और अच्छा भोजन करना चाहिए जिससे उनका तन मन अच्छा रहे और पढ़ाई में मन लगे.
  • अगर आप पूरे स्कूल में सबसे कमजोर बच्चे हो पढ़ाई में तो उसका एक रामबाण उपाय है, रोज सुबह 4:00 बजे उठ जाइए, और 4:00 बजे उठकर पढ़ाई कीजिए आपका मन लगे चाहे ना लगे, इससे निश्चित ही आपका मन लगेगा।

 

पढ़ाई करने की सुपर टेक्निक

 ऐसा कोई बच्चा नहीं जिसको सभी सब्जेक्ट में मन ना लगे,  किसी को अंग्रेजी गणित कठिन लगती है, किसी को विज्ञान और गणित कठिन लगता है इसी प्रकार जो सब्जेक्ट कठिन है उसको आप सुबह 4:00 बजे से पढ़िए 4:00 से 6:00 तक इससे आप उसमें धीरे-धीरे टॉपर बन जाएंगे और जो विषय सरल और आसान है उसको दिन में पढ़ाई कीजिए।

 

पढ़ाई का ब्रह्मास्त्र

आप माने या ना माने यदि आपका पढ़ाई में मन नहीं लगता और आपको लगता है कि आपका पढ़ाई में आपका मस्तिष्क तेज गति से काम नहीं करता आप भगवती सरस्वती का जाप करें जो भगवती सरस्वती का जाप करता है निश्चित ही भगवती उसे ज्ञान प्रदान करती है.

इसमें बिल्कुल भी संदेह  का बात नहीं है. यदि आप भगवती सरस्वती का जाप करेंगे जहां जाप  करने में समय लगता है रोज आधा घंटा जाप यदि आपने 6 महीने से एक 1 वर्ष तक जाप  कर लिया और धीरे-धीरे आपने अपने विद्यार्थी जीवन में जाप  करते रहे.

आपको इस संसार में कोई भी टॉपर होने से रोक ही नहीं सकता और आपको कोई पढ़ाई में या बुद्धि में कमजोर है ऐसा तो सपने में भी नहीं बोलेगा यह बात अनुभव की है और बहुत ही लोगों के साथ ऐसा है गुप्त रूप से जो लोग जानकार हैं वह लोग अपने बच्चों को बचपन से ही इस सब चीज की शिक्षा देते हैं जिससे भगवती का आशीर्वाद उनके साथ रहता है.

किसी अच्छे पंडित से माता सरस्वती के मंत्र लेकर आप उसे रोज जाप कर सकते हैं 5 मिनट से चालू करें आधे घंटे तक लेकर जाएं, इसकी जानकारी केवल इसलिए दी जा रही है क्योंकि यह बात अत्यंत सत्य है और शायद कुछ लोगों को इसकी जरूरत है जिन्हें अध्यात्म में विश्वास हो.

निष्कर्ष 

कभी भी पढ़ाई को एकदम दिल और दिमाग पर बैठा लेना उचित नहीं पढ़ाई तो एक सामान्य काम की तरह करें, इससे आपको बहुत फायदा होगा।

आप इस बात को ध्यान दीजिए ऑफिसर बनने वाले सभी लोग टॉपर नहीं होते, गवर्नमेंट जॉब में जाने वाले बिजनेसमैन आदि साधारण कॉलेज से इंजीनियरिंग करने वाले बच्चे और आदि बहुत से लोग कोई जरूरी है कि यह सब सभी लोग टॉपर हो इनके पढ़ाई भी सामान्य रहता है फिर भी यह लोग जिंदगी में बहुत कुछ कर जाते हैं.

 जैसा कि आप लोग जानते हैं थॉमस अल्वा एडिसन जो बहुत बड़े वैज्ञानिक थे बचपन में वहां कोई बहुत बड़े टॉपर नहीं थी, ऐसे बहुत से वैज्ञानिक हुए हैं जो अपने बचपन में कभी भी टॉपर नहीं रहे लेकिन आगे जाकर उन्होंने इस संसार को बड़े-बड़े आविष्कार दिए.

पुस्तकों से दोस्ती रखे अच्छे-अच्छे पुस्तक पढ़े जब आपकी गर्मी की छुट्टी हो तो महापुरुषों के जीवन चरित्र के बड़े।

अच्छे-अच्छे सेमिनार अटेंड करें अच्छे अच्छे बड़े-बड़े पोस्ट पर बैठे हुए लोगों से मिले उनके बारे में जाने इससे आपको जीवन में मोटिवेशन मिलेगा।

हमेशा ध्यान रखें कि आपका टॉपर आपके अंदर ही छिपा है आप जिस क्षेत्र में काम करेंगे ज्यादा काम  टॉपर बन जाएंगे।

ठीक समय पर सोए और ठीक समय पर जागे 

विद्यार्थियों के लिए सबसे अच्छा एक्सरसाइज रनिंग है रोज रनिंग करना चाहिए कम से कम 5 मिनट से 15 मिनट तक इससे बहुत फायदा होगा आपको रोज तीन-चार घंटा खेलने का जरूरत नहीं है 15 मिनट तक दौड़ना बहुत है, यदि आप स्पोर्ट्स प्लेयर बनना चाहते हैं उसकी बात अलग है.

आप अपने करियर को लक्ष्य को मन कर पढ़ाई करें कि बड़े होकर आपको क्या बनना है इससे आपका मन पढ़ाई में लग जाएगा।

 आप जो सोचते हैं वही बन जाते हैं, यदि आप सोचेंगे कि मैं एक टॉपर हूं तब हां आप एक टॉपर हो, इसी प्रकार यदि आप सोचेंगे कि हां मैं राइटर हूं तो हां आप एक फाइटर हो आपके अंदर का टॉपर और फाइटर दोनों जाग जाएगा।

इस प्रकार विचार करके आप काम करें तो आप निश्चित ही अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ेंगे और आपका पढ़ाई में आपको मन लगेगा।

ऐसे बहुत से बच्चे हैं जो दिन भर पढ़ते थे लेकिन उनका नंबर नहीं पढ़ने वाले बच्चों से थोड़ा सा ज्यादा आता था नहीं पढ़ने वाले बच्चे उन पर हंसते थे लेकिन धीरे-धीरे जो लोग कंटिन्यू पढ़ते रहे वह लोग अपने क्षेत्र में बहुत आगे बढ़ते गए और जो लोग उन पर हंसते थे वह लोग पीछे हो गए.

 इन सब बातों को ध्यान में रखकर पढ़ने का कोशिश कीजिए आपको सफलता जरूर मिलेगी.

 

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