surimaa.com में आपका स्वागत है, आयुर्वेदिक उपचार कान के अन्य रोग (kaan ke rog) के बारे में चर्चा जो आप लोगो के लिए उपयोगी होगी.
आयुर्वेदिक उपचार कान के अन्य रोग (kaan ke rog)
कान में कीड़ा चला गया हो, तो सरसों के तेल को गरम करके डालने से कीडा शीघ्र बाहर निकल जाता है।
कान में चींटी के चले जाने पर फिटकरी को घोलकर कान में डाले चींटी बाहर निकल जाएगी।
किसी भी प्रकार का कीड़ा कान में घुस गया हो, तो सादे पानी में नमक घोलकर कान में डालें और उल्टा दें। पानी के साथ कीड़ा भी निकल जाएगा।
गुड़ और घी मिलाकर गरम करें और खाएँ, उससे कान में होने वाली सायं सायं की आवाज दूर हो जाती है। कान में कीसी भी तरह से पानी चला गया हो, तो तिल का सेहने लायक गरम तेल डालना लाभप्रद होता है।
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