आयुर्वेदिक उपचार मुँह की दुर्गन्ध (muh ki durgandh)

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आयुर्वेदिक उपचार मुँह की दुर्गन्ध (muh ki durgandh)
आयुर्वेदिक उपचार मुँह की दुर्गन्ध (muh ki durgandh)

 

आयुर्वेदिक उपचार मुँह की दुर्गन्ध (muh ki durgandh)

भोजन के पश्चात् दोनो समय आधा चम्मच सौंफ चबाने से दुर्गन्ध कुछ ही दिनों में जाती रहती है और पाचन क्रिया भी ठीक हो जाती है।

 

तुलसी के ४ पत्ते नित्य प्रातः खाकर ऊपर से पानी पीने से भी मुँह की दुर्गन्ध दूर हो जाती है

 

एक गिलास पानी में एक नींबू का रस मिलाकर प्रात: कुल्ले करने से मुख की दुर्गन्ध दूर हो जाती है।

 

एक लौग मुँह में रखकर (भोजनोपरांत) चूसने से मुँह से दुर्गन्ध आनी बंद हो जाती है।

 

४ ग्राम अनार के पिसे हुए छिलकों की फंकी सुबह-शाम पानी से लेने से दुर्गन्ध दूर हो जाती है। छिलके को उबालकर कुल्ला करने से भी लाभ होता है।

 

जीरे को भूनकर खाने से भी मुँह की दुर्गन्ध समाप्त हो जाती है। हरा धनिया खाने से मुँह में सुगंन्ध रहती है। भोजन के पश्चात् थोड़ा-सा हरा धनिया अवश्य चबाना चाहिए।

 

एक चम्मच अदरक का रस, एक गिलास गरम पानी में मिलाकर कुल्ला करने से मुँह की दुर्गन्ध जाती रहती है।

 

 

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