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आयुर्वेदिक उपचार गुर्दे का दर्द (Gurde ka dard)
बीस ग्राम अजवाइन, दस ग्राम सेंधा नमक और बीस ग्राम तुलसी की सुखी पत्तियाँ, इनको कूट, पीस और छानकर चूर्ण बना लें। सुबह और शाम इसे दो-दो ग्राम की मात्रा से गुनगुने पानी के साथ लें। एक दो बार उक्त चूर्ण के प्रयोग से ही गुर्दे के दर्द से तड़पते रोगी को आराम हो जाता है।
खरबूजे के ऊपरी छिलके को सुखाकर उसे दस ग्राम की मात्रा में २५० ग्राम पानी में उबालें। फिर उसे छानकर थोड़ी-सी खांड मिलाकर प्रतिदिन सुबह-शाम आधा-आधा कप पीने से गुर्दे की पीड़ा में आराम होता है। 3. कद्दू (सीताफल) को महीन काटकर, थोड़ा-सा गरम करके दर्द वाले स्थान पर बाँधने से लाभ होता है
अंगूर-बेल के ३० ग्राम पत्तों को पीसकर, पानी मिलाकर छानकर और नमक मिलाकर पीने से गुर्दे के दर्द से तड़पते रोगी को तुरंत आराम हो जाता है।
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